रामपुर के जौहर चौराहे को चाकू चौराहे का नाम दिया गया इस चौराहे पर दुनिया का सबसे बड़ा चाकू बनाया गया है और इस चौराहे से सैलानी नैनीताल जाते हैं उनके लिए भी एक सेल्फी प्वाइंट है लोग इसे देखने जा रहे है अब रामपुर के जितने भी चौराहे हैं उन चौराहों को इसी तरह से रामपुरी उत्पादों से सजाया जाएगा और उनकी पहचान उन उत्पादों से होगी।
वही सबसे बड़े चाकू का लोकार्पण के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए मंडलायुक्त मुरादाबाद आंजनेय कुमार सिंह ने कहा पहले चाकू का रिन्यूअल नहीं हो रहा था इनके सामने बहुत सारी दिक्कत थी चाकू को कैरी करने के बारे में भी लोगों को रोककर पूछताछ की जाती थी।
3 साल पहले मुख्यमंत्री जी के दिशा निर्देशों में हमने चाकू को रिवाइव करने का जो प्रयास शुरू किया है, रामपुरी चाकू के जो हस्तशिल्प हैं वे चाकू को बेहतर तरीके से बना रहे हैं
जिसको कैरी करने में कोई समस्या नहीं और उनके लाइसेंस भी रिन्यूअल किए जा रहे हैं।
चाकू चौराहे का मकसद यह है कि यहां पर पर्यटन का आवागमन बड़े और रामपुर के कारीगर को एक नई पहचान मिले और एक सबसे बड़ी खासियत इसकी यह है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा चाकू है इसको सर्टिफाई करने के लिए हम आगे भी प्रयास करेंगे। सरकार के सामने यह प्रपोजल लाया भी गया जो चाकू पर पाबंदियां है देश के अंदर होंगी बाहर अगर इस की डिमांड है तो उनकी मांग के अनुरूप हम वहां पर चाक़ू को एक्सपोर्ट कर सकें चाकू को अब एक्सपोर्ट से भी जोड़ने की तैयारी है 50 लाख से भी अधिक की लागत का यह चाकू बनाया गया है।